पिरामिड एवं पिरामिड आकार की वस्तुएं व् भवनों का वास्तु शास्त्र में महत्व

पिरामिड एवं पिरामिड आकार की वस्तुएं व् भवनों का वास्तु शास्त्र में महत्व : पौराणिक कथाओं , इजिप्त के पिरामिडों, तथा वैज्ञानिकों , वास्तुविदों ,व् लेखकों के अलग – अलग मतों व् तर्कों के निचोड़ के अनुसार हम इस तथ्य पर … Read More

बहुमंजिला भवन या एपार्टमेंट (फ्लेट) निर्माण में वास्तुशास्त्र के महत्वपूर्ण नियम

      बहुमंजिला भवन या एपार्टमेंट (फ्लेट) निर्माण में वास्तुशास्त्र के महत्वपूर्ण नियम : १. बहुमंजिला भवन या एपार्टमेंट बनाने के लिए भूखंड चोकोर या आयताकार होना चाहिए | २. एपार्टमेंट के चारों तरफ खुली जगह होनी चाहिए | ३. … Read More

भवन के सम्बन्ध में वास्तु शास्त्र के महत्वपूर्ण नियम

     भवन के सम्बन्ध  में वास्तु शास्त्र के  महत्वपूर्ण  नियम : १. मकान में उत्तर – पूर्व का कोना हमेशा खुला एवं साफ सुथरा होना चाहिए | २. भवन या मकान की ऊंचाई हमेशा दक्षिण – पश्चिम कोने की अधिक … Read More

मकान में शहतीर व् स्तम्भ तथा द्वार वेध

मकान में शहतीर व् स्तम्भ :  मकान में शहतीर और स्तम्भ तथा वृक्षों की संख्या भी सम यानि २,४,६,८ आदि की तरह होनी चाहिये | तथा स्तम्भ एवं शहतीर चोकोर या आयताकार ही होना शुभ रहता है ये गोल या बहु भुजाकार … Read More

मकान में द्वारों(दरवाजों ) की संख्या एवं स्थान

मकान में एक द्वार  :  जब केवल एक ही मुख्य द्वार हो तो उत्तर दिशा अथवा पूर्व दिशा में सर्वोत्तम रहता है | द्वार मकान के मध्य में नहीं होना चाहिये , बल्कि वास्तु के अनुसार दिए गए स्थान पर होना चाहिये … Read More