Shri Mahalakshmi pooja vidhi
श्री महा लक्ष्मी षोडसोप्चार पूजा विधि हम दीपावली के दिन श्री लक्ष्मी जी कि सम्पूर्ण पूजा करने के लिये पूरी विधि का वर्णन कर रहे हैं | दीपवली के दिन श्री लक्ष्मी जी की एक नयी प्रतिमा या मूर्ति लेकर … Read More
श्री महा लक्ष्मी षोडसोप्चार पूजा विधि हम दीपावली के दिन श्री लक्ष्मी जी कि सम्पूर्ण पूजा करने के लिये पूरी विधि का वर्णन कर रहे हैं | दीपवली के दिन श्री लक्ष्मी जी की एक नयी प्रतिमा या मूर्ति लेकर … Read More
श्री सत्यनारायण व्रत की पूजन विधि एवं कथा पूजन सामग्री दूध, दही, घी, शर्करा, गंगाजल, रोली, मौली, ताम्बूल, पूंगीफल, धूप, फूल , यज्ञोपवीत, श्वेत वस्त्र, लाल वस्त्र, फूलमाला, आम के पत्ते, चावल, तिल, जौ, नारियल (पानी वाला), दीपक, ऋतुफल, अक्षत, … Read More
श्री महावीर स्वामी जी की आरती जय महावीर प्रभो। स्वामी जय महावीर प्रभो । जगनायक सुखदायक, अति गम्भीर प्रभो।।ओउम ।। कुण्डलपुर में जन्में, त्रिशला के जाये । पिता सिद्धार्थ राजा, सुर नर हर्षाए।।ओउम ।। दीनानाथ दयानिधि, हैं मंगलकारी । जगहित … Read More
श्री पितृ देव जी की आरती जय जय पितर महाराज, मैं शरण पड़यों हूँ थारी । शरण पड़यो हूँ थारी बाबा, शरण पड़यो हूँ थारी ।। आप ही रक्षक आप ही दाता, आप ही खेवनहारे । मैं मूरख हूँ कछु … Read More
आरती श्री रामायण जी की आरति श्री रामायण जी की । कीरति कलित ललित सिय पी की ॥ गावत ब्रह्मादिक मुनि नारद । बाल्मीकि बिग्यान बिसारद ॥ सुक सनकादि सेष अरु सारद । बरन पवनसुत कीरति नीकी ॥१॥ गावत बेद … Read More
आरती श्री गिरिराज जी की ओउम जय जय जय गिरिराज, स्वामी जय जय जय गिरिराज। संकट में तुम राखौ, निज भक्तन की लाज।। ओउम जय ।। इन्द्रादिक सब सुर मिल तुम्हरौ ध्यान धरैं। रिषि मुनिजन यश गावें, ते भव सिन्धु … Read More
श्री परशुराम जी की ओउम जय परशुधारी, स्वामी जय परशुधारी। सुर नर मुनिजन सेवत, श्रीपति अवतारी।। ओउम जय।। जमदग्नी सुत नरसिंह, मां रेणुका जाया। मार्तण्ड भृगु वंशज, त्रिभुवन यश छाया।। ओउम जय।। कांधे सूत्र जनेऊ, गल रुद्राक्ष माला। चरण खड़ाऊँ … Read More
श्री रामदेव जी की आरती जय श्री रामदेव अवतारी, कलयुग में धणी आप पधारे । सतयुग में बाबा विष्णु बन आए, मधु-कटैभ को मार गिराये ब्रह्मा जी को आप ऊबारो, देव श्री कहलाये ।। जय श्री रामदेव अवतारी, कलयुग में … Read More
संकटमोचन हनुमानाष्टक स्तोत्र मत्तगयन्द छन्द बाल समय रबि भक्षि लियो तब,तीनहुं लोक भयो अंधियारो । ताहि सो त्रास भयो जग को,यह संकट काहु सों जात न टारो ॥ देवन आनि करी बिनती तब,छांड़ि दियो रबि कष्ट निवारो । को नहिं … Read More
श्री विष्णु देव चालीसा दोहा विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय । कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय ॥ चौपाई नमो विष्णु भगवान खरारी,कष्ट नशावन अखिल बिहारी । प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी,त्रिभुवन फैल रही उजियारी ॥ सुन्दर रूप … Read More