आरती श्री राम्चान्द्र जी की

आरती श्री राम्चान्द्र जी की | श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन हरण भवभय दारुणं | नवकंज लोचन, कंजमुख, करकुंज, पदकंजारुणं || श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन हरण भवभय दारुणं | कंदर्प अगणित अमित छबि, नवनीलनीरद सुन्दरं | पट पीत मानहु … Read More

आरती कुञ्ज बिहाई/कृष्ण जी की

आरती कुञ्ज बिहाई/ कृष्ण जी की आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला। श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला। गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली । … Read More

आरती हनुमान जी की

आरती हनुमान जी की आरती किजे हनुमान लला की | दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ जाके बल से गिरवर काँपे | रोग दोष जाके निकट ना झाँके ॥ अंजनी पुत्र महा बलदाई | संतन के प्रभु सदा सहाई ॥ … Read More

शिवजी की आरती

शिवजी की आरती | जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा | ब्रम्हा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव ओंकारा…… एकानन चतुरानन पंचांनन राजे | हंसासंन ,गरुड़ासन ,वृषवाहन साजे॥ ॐ जय शिव ओंकारा…… दो भुज चारु चतुर्भज दस … Read More

आरती श्री गणेश जी की |

shri Ganeshji

आरती श्री गणेश जी की | जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा | माता जाकी पारवती पिता महादेव || एक दन्त दया वन्त चार भुजा धारी | माथे पर सिन्दूर सोहे मूसे की सवारी || पान चढ़े फूल चढ़े … Read More

महा शिव रात्रि व्रत कथा

शिव रात्रि व्रत कथा महाशिवरात्रि व्रत पूजा विधि : शिवपुराणके अनुसार व्रती पुरुषको महाशिवरात्रि के दिन प्रातःकाल उठकर स्न्नान-संध्या आदि कर्मसे निवृत्त होनेपर मस्तकपर भस्मका त्रिपुण्ड्र तिलक और गलेमें रुद्राक्षमाला धारण कर शिवालयमें जाकर शिवलिंगका विधिपूर्वक पूजन एवं शिवको नमस्कार … Read More

निर्जला एकादशी व्रत कथा

निर्जला एकादशी व्रत कथा भीमसेन व्यासजी से कहने लगे कि हे पितामह! भ्राता युधिष्ठिर, माता कुंती, द्रोपदी, अर्जुन, नकुल और सहदेव आदि सब एकादशी का व्रत करने को कहते हैं, परंतु महाराज मैं उनसे कहता हूँ कि भाई मैं भगवान … Read More

शरद पूर्णिमा व्रत कथा

शरद पूर्णिमा व्रत कथा आश्विन मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला त्यौहार शरद पूर्णिमा की कथा कुछ इस प्रकार से है- एक साहूकार के दो पुत्रियां थी | दोनों पुत्रियां पूर्णिमा का व्रत रखती थी, परन्तु बड़ी पुत्री विधिपूर्वक … Read More

करवा चौथ व्रत कथा

करवा चौथ व्रत कथा महिलाओं के अखंड सौभाग्य का प्रतीक करवा चौथ व्रत की कथा कुछ इस प्रकार है- एक साहूकार के सात लड़के और एक लड़की थी. एक बार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सेठानी … Read More