Sundarkand (सुन्दरकाण्ड)

Ramayan

          सुन्दरकाण्ड श्लोक शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं ब्रह्माशम्भुफ़णीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम् । रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरूं मायामनुष्यं हरिं वन्देऽहं करूणाकरं रघुवरं भूपालचूडामणिम् ।। 1 ।। नान्या स्पृहा रघुपते हृदयेऽ स्मदीये सत्यं वदामि च भवानखिलान्तरात्मा । भक्तिं प्रयच्छ रघुपुंग्ङव निर्भरां … Read More

देवी मन्त्र (DEVI MANTRA)

Bhawani mata

          देवी मन्त्र (DEVI MANTRA) या देवी सर्वभूतेषु मातृ रुपेण संस्थिता | नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः || या देवी सर्वभूतेषु शक्ती रुपेण संस्थिता | नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः || या देवी सर्वभूतेषु बुद्धि रुपेण संस्थिता | … Read More