भवन में द्वार (दरवाजे ), का शुभ स्थान

भवन में द्वार (दरवाजे ), का शुभ स्थान  :  घर का मुख्य प्रवेश द्वार ग्रह स्वामी की राशि के अनुसार  न होकर या बनाकर  दिशा की अनुकूल परिस्तिथि देखकर ही मुख्य द्वार लगाना चाहिए ,क्योंकि विशेष व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी … Read More

भवन में नवग्रहों का स्थान एवं प्रभाव

भवन में नवग्रहों का स्थान एवं प्रभाव :  वास्तुशास्त्र के अनुसार गृहनिर्माण किया जाता है तब उसके साथ – साथ घर में नवग्रह भी विराजमान होते हैं | तथा वहां पर रहने वाले लोगों पर अपना प्रभाव डालते हैं | सूर्यदेव का … Read More

घर या मकान के आसपास पेड़ पौधों का स्थान

घर या मकान के आसपास पेड़ पौधों का स्थान :  घर या बंगले के आसपास ऐसे वृक्ष नहीं उगाने चाहिये जिसमें से दूध जैसे पदार्थ निकलते हैं तथा कांटे वाले वृक्ष भी नहीं बोने चाहिये | जैसे बबूल, बेर,  आदि | मकान … Read More

सीढियां या झीना

सीढियां  या झीना  :  झीने या सोपान की सीढियां  हमेशा पूर्व से पश्चिम की ओर तथा उत्तर से दक्षिण की ओर  जाने वाली   होनी चाहिए | सोपान या झीने का स्थान कभी भी उत्तर-पूर्वी कोने में  नहीं होना चाहिए , ये … Read More

तहखाना या तलघर (बेसमेंट )

तहखाना या तलघर (बेसमेंट )   :  तहखाना (सेलर ) या तलघर की मंजिल भूमि स्तर की मंजिल के उत्तरी – पूर्वी भाग में होनी चाहिए , लेकिन दक्षिण या दक्षिण – पूर्व भाग में नहीं होना चाहिए |तलघर  या बेसमेंट भूखंड के … Read More

मकान में अन्य कमरों का स्थान

मकान में अन्य कमरों का स्थान :  मकान में पुस्तकालय या अध्ययन कक्ष का निर्माण दक्षिण – पश्चिमी भाग  के निकट के भाग  तथा पश्चिमी भाग में करवाना अच्छा रहता है | पुस्तकालय या अध्ययन कक्ष की दीवारों को हरा रंग करना चाहिए … Read More

छत के ऊपर पानी की टंकी (ओवर हैड टैंक )

छत के ऊपर पानी की टंकी (ओवर हैड टैंक ) :  पानी का संग्रह करने के लिए टैंक का निर्माण मकान की छत पर दक्षिण – पश्चिम क्षेत्र में या उत्तर –  पश्चिम  क्षेत्र में कर सकते हैं | उत्तर-पूर्व  व्  … Read More

भूमिगत जल भंडारण (अंडर ग्राउंड वाटर स्टोरेज टैंक )

भूमिगत जल भंडारण (अंडर ग्राउंड वाटर स्टोरेज टैंक ) :  भूमिगत वाटर टैंक भूखंड के उत्तर-पूर्वी कोने में होना चाहिए , लेकिन उसे उत्तर या पूर्व की सीमा की दीवार को नहीं छूना चाहिए अथवा थोडा दूर रखना चाहिए | भूमिगत वाटर … Read More

स्नानागार या स्नान कक्ष

स्नानागार या स्नान कक्ष :  स्नान कक्ष घर के अन्दर व् बाहर दोनों ही जगह पर बना सकते हैं | घर के अन्दर शयन कक्ष के साथ बनाना हो तो स्नान कक्ष को शयन कक्ष के पूर्व या उत्तर की ओर  या … Read More

रसोई (किचिन )

रसोई (किचिन ) :  रसोई हमेशा मकान में दक्षिण – पूर्व (अग्नि कोण ) में ही बनाना चाहिए , ये स्थान रसोई के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है | खाना पकाने का स्लैब रसोई की पूर्वी दीवार की तरफ होना चाहिए , क्योंकि … Read More